April 19, 2025
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Swiss बैंकों से भारतीयों ने 70 प्रतिशत पैसा निकाला

स्विस बैंकों से भारतीयों और भारतीय कंपनियों ने जमकर पैसा निकाला है और एक रिपोर्ट तो कहती है कि 2023 के मुकाबले स्विस बैंकों में भारतीय धन में 70 प्रतिशत तक कम हो गया है. स्विस बैंकों में अब भारतीय रकम 9,771 करोड़ रुपए रह गई है. स्विट्जरलैंड की केंद्रीय बैंक ने जो रिपोर्ट जारी की है उसके अनुसार स्विटजरलैंड के बैंकों में भारतीय ग्राहकों का जमा पैसा लगातार कम हो रहा है और अब यह पिछले चार सालों में सबसे निचले स्तर पर है. यह गिरावट बॉन्ड, प्रतिभूतियों और अन्य इंस्ट्रूमेंट के फंड में तेज गिरावट से हुई है. स्विस नेशनल बैंक (SNB) के आधिकारिक आँकड़े और इससे काले धन को लेकर कोई संकेत नहीं मिलता है इसके अलवा भारतीयों द्वारा तीसरे देश की संस्थाओं के नाम पर स्विस बैंकों में रखे पैसे की भी जानकारी नहीं मिलती है फिर भी ये आंकड़ रोचक हैं क्योंकि यह स्विटजरलैंड द्वारा भारत के साथ जानकारियां साझा करने के बाद बन रहा ट्रेंड है. स्विस बैंक में जमा रुपयों के मामले में सबसे ऊपर ब्रिटेन है. इसके बाद अमेरिका और फ्रांस हैं. भारत साल 2022 की ऐसी लिस्ट में 46वें नंबर पर था लेकिन अब यह रैंकिंग 67 हो चुकी है, यानी भारतीयों ने स्विस बैंकों से जमकर पैसा निकाला है.

मोदी सरकार ने लेना शुरु की सूचना
स्विट्जरलैंड और भारत के बीच सूचनाएं 2018 से एक्सचेंज हो रही हैं. इसी क्रम में इस साल के आँकड़े जारी किए गए हैं. स्विट्जरलैंड में पहले बैंक की स्थापना वर्ष 1713 में की गई थी और अब करीब 400 से अधिक बैंक यहां कार्यरत हैं. इन बैंकों को स्विस फेडरल बैंकिंग एक्ट के गोपनीयता कानून के सेक्शन-47 के तहत बैंक अकाउंट खोलने का अधिकार है. स्विस बैंक दरअसल वो यूबीएस है और इसकी गिनती दुनिया के टॉप-3 बैंकों में की जाती है. यहां पैसा जमा करने वाले गोपनीयता को लेकर निश्चिंत रहते हैं लेकिन अब सूचनाओं के आदान प्रदान से इन बैंकों के बजाए दूसारी जगहों पर पैसा रखना (खासतौर पर कालाधन जमा करने वाले) पसंद करते हैं.