July 31, 2025
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Akshay Tritiya जानिए महत्व और इस बार के मुहूर्त

अक्षय तृतीय या आखा तीज इस बार 10 मई को पड़ रही है. यह वैशाख मास के शुक्ल पक्ष के तीसरे तीन पड़ता है, इसलिए इसे अक्षय तृतीया कहते हें. पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन किए गए कार्य का अक्षय फल मिलता है.

यह दिन सर्वसिद्ध मुहूर्त माना जाता है. इस दिन हर शुभ काम बिना मुहूर्त देखे किए जा सकते हैं. इस दिन पितरों के लिए पिण्डदान, गंगास्नान व हर दान का भी विशेष फल प्राप्त होता है. मान्यता है कि इसी दिन महाभारत युद्ध समाप्त हुआ और द्वापर का समापन हुआ था. अक्षय तृतीया पर विष्णु और लक्ष्मी की पूजा की जाती है.

एक मान्यता के अनुसार ब्रह्माजी के पुत्र अक्षय कुमार का अवतरण इस दिन होने से भी इसे अक्षय तृतीया कहा जाता है.
चिरंजीवी महर्षी परशुराम के जन्म दिवस के रुप में यह पर्व धूमधाम से मनाया जाता है. माँ गंगा ने धरती पर आने के लिए भी यह दिन ही चुना गया था. अक्षय नाम जुड़ने के पीछे यह मान्यता भी है कि सूर्य भगवान ने पांडवों को इसी दिन अक्षय पात्र दिया.यह दिन शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए इसलिए भी खास है क्योंकि इसी दिन महर्षि वेदव्यास ने महाकाव्य महाभारत की रचना शुरू की जिसे महर्षि वेद बोलते गए और श्री गणेश लिखते गए. इस दिन पुरी में निकलने वाली जगन्नाथ भगवान के रथयात्रा के रथों को बनाना प्रारम्भ किया जाता है.

अक्षय तृतीया इस साल शुक्रवार, 10 मई 2024 को पड़ रही है और इसका काल 10 मई 2024 को 4.17 बजे से 11 मई 2024 02.50 मिनट तक रहेगा.