April 19, 2025
तीज त्यौहार

Deepawali 31 अक्टूबर को ही मनाना तर्कसंगत होगा

जयपुर धर्मसभा में सर्वसम्मत निर्णय हुआ

दीपावली मनाने की तारीख पर असमंजस को दूर करने के लिए जयपुर में जुटे देशभर के विद्वानों ने कहा है कि दीपावली 31 अक्टूबर को ही मनाया जाना तर्कसम्मत है. ‘दीपावली निर्णय’ विषय पर विशेष धर्मसभा में कहा गया कि 31 अक्टूबर को पूरी रात्रि अमावस्या है. इसलिए यही दिन दीपावली बतौर मनाया जाए. 1 नवंबर को प्रदोष व्यापिनी अमावस्या नहीं है. सूर्यास्त के बाद 2 घंटे 24 मिनट का समय प्रदोष काल होगा,
इस दिन लक्ष्मी पूजन का संपूर्ण फल प्राप्त नहीं होगा. इसलिए 31 अक्टूबर को दीपावली मनाना उचित है. त्योहार की तिथि का निर्धारण सूर्य सिद्धांत से करने पर यह भ्रम भी नहीं होता. इस बार भी दीपावली को लेकर कोई भ्रम नहीं होता लेकिन नासा की गणनाओं को आधार मान लेने पर संशय स्वाभाविक हो जाता है. सभी विद्वानों ने सहमति से 31 अक्टूबर को दीपावली मनाने का निर्णय लिया है. इस सभा में देश के प्रख्यात ज्योतिषाचार्य, धर्मशास्त्री व विद्वान शामिल हुए थे, सभी पहलुओं पर विचार कर इन सभी विद्वानों ने कहा कि एक नवंबर को दीवाली मनाने का कोई ठोस कारण बचता ही नहीं है.