Home Ministry बताए राहुल ब्रिटिश नागरिक तो नहीं हैं- याचिका
बार बार उठता रहा है राहुल की नागरिकता का मामला
राहुल गांधी की नागरिकता को लेकर पहले सुप्रीम कोर्ट में लगी याचिका यह कहकर खारिज कर दी गई थी कि याचिकाकर्ता समाजसेवा के नाम पर राजनीति कर रहे हैं लेकिन इस बार इस मामले को अलग तरीके से इलाहाबाद हाइकोर्ट में गृह मंत्रालय ने क्या कार्रवाई की है. इलाहाबाद हाई कोर्ट में डाली गई याचिका में केंद्र सरकार से से राहुल गांधी की नागरिकता पर उठे सवालों का जवाब मांगा गया है. दरअसल याचिकाकर्ता विग्नेश शिशिर ने राहुल गांधी की नागरिकता के मामले में गृह मंत्रालय को दो आवेदन देते हुए उनकी नागरिकता की स्थिति बताने को कहा था और पूछा था कि मंत्रालय इस मामले में क्या कर रहा है. हाइकोर्ट ने माना कि याचिकाकर्ता राहुल की नागरिकता का परीक्षण नहीं कर रहा बल्कि जानना चाहता है कि गृह मंत्रालय ने इस पर क्या कार्रवाई की है. दो जजों की बेंच ने विग्नेश की याचिका सुनी जिसमें शिशिर ने दावा किया कि राहुल गाँधी की ब्रिटिश नागरिकता पर उन्हें गृह मंत्रालय का साफ जवाब चाहिए. वे जानना चाहते हैं कि नागरिकता कानूनों के तहत दिए गए दो आवेदनों क्या एक्शन लिया गया है. गृह मंत्रालय किसी भारतीय नागरिक की विदेशी नागरिकता अपनाने के कारण और समय की जानकारी जुटाने की जानकारी ले सकता है. शिशिर का दावा है कि राहुल ब्रिटिश नागरिक हैं और ब्रिटेन की सरकार ने 2022 में जो ईमेल भेजा था उसमें संकेत था कि राहुल की नागरिकता पर वह तब तक जानकारी नहीं देगी जब तक राहुल इसकी अनुमति न दें.
स्वामी की याचिका पर भी सुनवाई
सुब्रमण्यम स्वामी ने भी राहुल की नागरिकता पर दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दी थी. पिछले महीने इसकी सुनवाई में इसे पीआईएल बेंच में भेज दिया गया था. स्वामी ने भी यही दावा किया था कि राहुल ब्रिटिश नागरिक हैं और उन्होंने अपने चुनावी शपथपत्रों तक में अपनी जानकारी छुपाई है. इससे पहले 2015 और 2019 में सुप्रीम कोर्ट में भी ऐसी ही याचिकाएं आई थीं जिसे खारिज करते हुए कहा गया था कि कागजों में किसी को ब्रिटिश नागरिक बता देने भर से वह वहाँ का नागरिक नहीं हो जाता. उधर एक बार गृह मंत्रालय ने राहुल गाँधी को तथ्य देने को भी कहा था. इसको लेकर काफी बवाल हुआ था. वैसे बात कोर्ट तक सीमित नहीं है बल्कि भाजपा सांसद महेश गिरी ने राहुल के खिलाफ संसदीय एथिक्स कमेटी के सामने ये आरोप लगाए तो कमेटी ने भी राहुल से जवाब मांगा था तो राहुल ने कहा था कि उन्होंने कभी ब्रिटिश नागरिकता के लिए आवेदन नहीं दिया. उन्होंने इसे अपनी छवि धूमिल करने का प्रयास बताया था जबकि उनकी बहन प्रियंका ने इन बातों को हास्यास्पद बता दिया था.