July 23, 2025
देश दुनिया

Kolkata मामले में घोष बाबू के नए कारनामे सामने आए

शवों की तस्करी से लेकर बॉयो वेस्ट तक की तस्करी में शामिल

आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर अस्पताल से जुड़े पूर्व सुपरिटेंडेंट अख्तर अली ने एक साथ खुलासे करते हुए उसे शवों की तस्करी करने वाला बताया है. अख्तर के अनुसार संदीप घोष बॉयोमेडिकल वेस्ट और शवों की तस्करी में शामिल था हालांकि अंग कारोबार को लेकर को लेकर उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें जरुर हैं लेकिन मुझे उनके बारे में पता नहीं है.

अख्तर के अनुसार घोष बॉयोमेडिकल वेस्ट की तस्करी बांग्लादेश में अपने स्टॉफ के माध्यम से कराता था. अख्तर के अनुसार एक तानाशाह की तरह कॉलेज चलाते हुए घोष ने 15 जूनियर्स की एक गैंग बनाई थी जो छात्रों को धमकाने, पैसा वसूली और उन्हें फेल कराने तक की बातें तय करती थी. घोष के बारे में अख्तर का कहना है कि जिस भी टेंडर में उन्हें सीधे 20 प्रतिशत कमीशन मिल जाए उसे लेकर कभी देखा ही नहीं जाता था कि लेने वाला अर्हताएं भी पूरी कर रहा है या नहीं. अख्तर की मानें तो संदीप घोष हर वह गलत काम करनेको तैयार था जिससे पैसा बन सकता हो और उसमें लड़कियों को लाना, तस्करी, तबादला के खेल वगैरह सभी बातें शामिल हैं. गेस्ट हाऊस में लड़कियों को लेकर खुद घेाष के साथ पूरी गैंग मौजूद रहती और जमकर शराबबाजी भी की जाती. अख्तर का सवाल है कि जूनियर डॉक्टर की हत्या वाली जगह पर उस दिन डॉ. देबाशीष सोम का आखिर क्या काम था. अख्तर की याचिका पर ही कलकत्ता हाईकोर्ट ने आरजी कर कॉलेज की जांच सीबीआई को सौंपी है.

अख्तर का कहना है कि उन्होंने कई बार अलग अलग जगहों पर घोष की शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई उलटे उन्हें ही पेरशान करना शुरु कर दिया गया. एक बार घोष का तबादला किया गया लेकिन 24 घंटे में वो ऑर्डर कैंसल करा लाए. इसके बाद मुझे काफी परेशान किया गया और मेरा ट्रांसफर कर दिया गया. अख्तर की ही शिकायत पर बॉयोमेडिकल वेस्ट की रिसाइकलिंग कर बाजार में फिर उतार देने के मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई लेकिन रिपोर्ट सबमिट करने के दूसरे ही दिन वह कमेटी भंग कर दी गई. वे बताते हैं कि घोष द्वारा शवों को बेचने की शिकायत हुई. यह बात एचओडी से होते हुए डायरेक्टर ऑफ मेडिकल एजुकेशन को दी गई लेकिन तत्काल एचओडी का तबादला कर दिया गया. मानवाधिकार संगठन से लेकर हाईकोर्ट तक बात पहुंची लेकिन इन पर कार्रवाई नहीं हो सकी.
दूसरी तरफ इस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स को धमकाने जैसी कोई बात नहीं की है. ममता ने धमकी दिए जाने के आरोपों को झूठ बताया और कहा कि नबन्ना के दौरान मेरे खिलाफ झूठ फैलाए गए जबकि सच यह है कि मैं उनके आंदोलन का पूरा समर्थन करती हूं. ममता ने कहा कि हमारी सरकार बंगाल विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर रेप के दोषियों को मौत की सजा देने का बिल पेश करने वाली है. आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने के लिए 10 दिनों के भीतर एक बिल पारित करने का भरोसा देते हुए ममता बोलीं कि मैंने डॉक्टर्स के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोला है. वैसे ममता के एक बयान को लेकर सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने दिल्ली पुलिस में शिकायत की है कि टीएमसी स्थापना दिवस पर दिए गए भाषण में ममता ने कहा कि अगर बंगाल जलता है, तो असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे. यह पूरी तरह भड़काऊ और राष्ट्र-विरोधी बयान है.