Malyalam Film Industry में मी टू आरोपों की बाढ़
मोहन लाल ने छोड़ा एएमएमए अध्यक्ष का पद
पिछले सप्ताह न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद से मलयालम फिल्म इंडस्ट्री थर्रा गई है. 235 पन्नों की इस रिपोर्ट में कहा गया था कि मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में 10-15 पुरुष निर्माता, निर्देशक और अभिनेताओं का नियंत्रण है.
इस रिपोर्ट के आने के बाद से अब तक मॉलीवुड में यौन उत्पीड़न के 17 मामले दर्ज हो चुके हैं. इस बीच मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन को भी भंग हो गई है क्योंकि इसके मुखिया मोहनलाल ने अध्यक्ष पद छोड़ दिया है. अब मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के कई सितारे और फिल्म निर्माता गर्दिश में जाते दिख रहे हैं क्योंकि इन पर सीधे आरोप हैं और पुलिस इनसे पूछताछ की तैयारी कर रही है. फिल्म अभिनेत्री सोनिया मल्हार ने एक अभिनेता पर आरोप लगाया है कि सेट पर अभिनेता छेड़छाड़ की थी. ये शिकायत उन्होंने विशेष जांच दल के सामने दर्ज कराई है. अभिनेत्री मीनू मुनीर ने भी इसी तरह के आरोप लगाए थे और अब उनका दावा है कि उन्हें धमकी भरे संदेश मिल रहे हैं. अभिनेता सिद्दीकी पर भी 2016 में यौन शोषण करने का आरोप एक अभिनेत्री ने लगाया है. हेमा समिति 2017 में बनाई गई थी और इसकी रिपोर्ट 2019 में आ गई थी लेकिन इसे सार्वजनिक करने में कानूनी चुनौतियों के बाद पिछले हफते ही इसे पब्लिक किया गया था.