October 20, 2025
धर्म जगत

Roop Chaturdashi दीवाली का मार्ग प्रशस्त करने वाला विशेष दिन

नरक पतुर्दशी भी कहा जाता है इस दिन को क्योंकि नरकासुर को श्रीकृष्ण ने इसी दिन असुर जन्म से मुक्त किया था

नरक चतुर्दशी या छोटी दीवाली जिसे नरक चौदस, रूप चौदस जैसे नामों से भी जाना जाता है, दीपावली के शुभ दिन से ठीक एक दिन पहले आने वाला यह पर्व कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है. आत्मशुद्धि और रूप-सौंदर्य की आराधना का प्रतीक यह पर्व दीप पर्व का महत्वपूर्ण दिन है. माना जाता है कि इस दिन श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया था. तभी से इसे ‘नरक से मुक्ति’ का प्रतीक दिन मानते हुए नरक चतुर्दशी के रूप में मनाया जाने लगा.
नरक चतुर्दशी सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से भी काफी महत्व का दिन है. इस दिन लोग सूर्योदय से पहले स्नान करने का विशेष महत्व माना जाता जिसे ‘अभ्यंग स्नान’ कहा जाता है. उबटन, तिल के तेल और औषधीय जड़ी-बूटियों के पानी से किया जाने वाला यह स्नान शरीर को स्वस्थ रखने की कामना के साथ किया जाता है. मान्यता है कि इस अभ्यंग स्नान से व्यक्ति को यमलोक की यातना से मुक्ति मिलती है.
यह दिन रूप चौदस की तरह भी मनाया जाता है. इस दिन सौंदर्य और रूप पर विशेष ध्यान दिया जाता है. मां लक्ष्मी की आराधना के साथ रूप, सौंदर्य व समृद्धि की कामना की जाती है. घरों की सफाई को इस दिन पूर्ण करते हुए दीपावली के उत्साह को पकवानों और सौंदर्य के लिए चुना जाता है, दीपों की सजावट और रंगोली इस दिन विशेष रूप से तैयार होती हैं. सकारात्मक ऊर्जा का यह दिन दीपावली की पूर्व संध्या पर ही जगमग ले आता है.
कुछ जगहों पर इस दिन यमराज की पूजा भी होती है. यम को दीप अर्पित कर उसे घर के बाहर दक्षिण दिशा में रखा जाता है. इसे ‘यम दीपदान’ कहा जाता है. बच्चों के लिए नए कपड़े, मिठाइयाँ और पटाखों की खरीदी के लिए भी यह दिन सबसे ज्यादा व्यस्तता लेकर आता है. इस दिन का विशेष पहलू है आत्मशुद्धि और आत्मनिरीक्षण के तौर पर भी लिया जाना चाहिए. नरक चतुर्दशी आत्मा की शुद्धि और बुराइयों से मुक्ति का अवसर भी है. यह पर्व हमें बताता है कि सौंदर्य शरीर का ही नहीं बल्कि आत्मिक होता है. नरक चतुर्दशी को दीपावली के सबसे अर्थपूर्ण दिन है जो जीवन को सुंदर, पवित्र और सकारात्मक बनाने की प्रेरणा देता है. यह दिन अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाली दीवाली का मार्ग प्रशस्त करने वाला दिन है.