Bangladesh में यूनुस सरकार का भी विरोध हुआ शुरु
छात्रों को पसंद नहीं आ रही यूनुस की भी सरकार
बांग्लादेश में हालात सामान्य हों उससे पहले ही अब नई मुश्किल यह हो गई है कि छात्रों को यूनुस की सरकार भी पसंद नहीं आ रही है और इसके चलते छात्रों और अंसार ग्रुप (अंसार ग्रुप अस्थाई कर्मचारी होते हैं इनको बांग्लादेश का होमगार्ड जैसा समझा जा सकता है ) में भिड़ंत शुरु हो गई हैं, कामचलाऊ सरकार ने भी छात्रों से सख्ती से निपटने की नीति अपनाई है जिसके चलते एक ही प्रदर्शन में 40 से ज्यादा छात्रों के बुरी तरह घायल होने की खबर है.
ढाका यूनिवर्सिटी में अंसार ग्रुप नौकरियों को स्थायी करने की मांग के साथ यूनिवर्सिटी में जमा हो गए तो छात्रों के साथ उनकीर बहस शुरु हो गई और इस बात पर बात बहुत बढ़ गई कि स्थायी नौकरियों पर पहला हक किसका है. दोनों गुटों ने पथराव शुरू कर दिया. इसके बाद हालात ये हो गए कि सेना को तैनात करना पड़ा.इस बीच एक खबर यह भी है कि युवाओं ने भारत में आने के लिए वीसा न दिए जाने पर वहां भी हंगामा किया. एक अन्य खबर के मुताबिक बांग्लादेश में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज एएचएम शम्सुद्दीन चौधरी माणिक को बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश ने भारतीय सीमा के करीब से पकड़ लिया है, माणिक की जान को इसलिए खतरा बताया जा रहा है क्योंकि उन्होंने बेगम खालिदा जिया के पति जियाउर रहमान पर आपत्तिजनक की थी, वे हसीना के देश छोड़कर भागने के बाद से छुप रहे थे.