October 4, 2025
वर्ल्ड

Trump Shutdown तीन लाख सरकारी कर्मियों की छंटनी संभावित

अमेरिका में शटडाउन, आर्थिक संकट और छंटनी का दौर
अमेरिकी सरकार फंडिंग के बिल पास नहीं करा सकी और एक अक्टूबर से शटडाउन पर चली गई. इसका मतलब यह है कि लाखों सरकारी कर्मचारी छुट्‌टी पर यानी फरलो पर भेज दिए जाएंगेऔर माना तो यह जा रहा है कि इनमें से तीन लाख वापस काम पर नहीं लौट सकेंगे याी उनकी सेवाएं समाप् कर दी जाएंगी. प्रेसिडेंट और कांग्रेस के बीच फंडिंग डील न बनने और पर्याप्त वोट हासिल न कर पाने के चलते 2018 के बाद अमेरिका में शटडाउन लगा है और अमेरिकी इतिहास में यह 22वां शटडाउन है. पिछली बार ट्रंप के ही कार्यकाल में यह लगा था और एक महीने से ज्यादा चला था. सीनेट यदि शॉर्ट-टर्म स्पेंडिंग बिल खारिज नहीं करता तो 21 नवंबर तक फंडिंग चल जाती लेकिन डेमोक्रेट्स ने अफोर्डेबल केयर सब्सिडी बढ़ाने की मांग की, जो ट्रंप नहीं चाहते थे. बिल को पास कराने के लिए 60 वोट चाहिए थे लेकिन ट्रंप सरकार पहले 55 और दोबारा में 57 वोट ही जुट सकी. 100 सदस्यीय सीनेट में 53 रिपब्लिकन, 47 डेमोक्रेट और 2 निर्दलीय सांसद हैं.
अब ट्रंप ने कहा है कि इस बार का शटडाउन अलग होगा और छुट्टियां अस्थायी न होकर बड़े पैमाने पर छंटनी का रास्ता अपनाया जाएगा. फिलहाल लगभग 7.5 लाख अमेरिकी कर्मचारी हर दिन फरलो पर जाएंगे. पिछली बार ऐसे कर्मियों को बाद में वेतन मिल गया था लेकिन इस बार इस बात की भी संभावना नहीं है. यानी 20 लाख सरकारी कर्मचारियों को बिना वेतन जबरन छुट्टी पर भेजा जाएगा.
अब अमेरिका मे राष्ट्रीय सुरक्षा, सोशल सिक्योरिटी, मेडिकेयर, वेटरंस हेल्थकेयर और एयर ट्रैफिक कंट्रोल जैसी आवश्यक सेवाएं ही जारी रहेंगी लेकिन शिक्षा, पर्यावरण और नागरिक अधिकारों से जुड़ी सेवाएं प्रभावित रहेंगी. शिक्षा विभाग में तो 87 स्टाफ छुट्‌टी पर है.
ट्रंप के कार्यकाल क इस तीसरे शटडाउन में फंडिंग बिल अब रोजाना पेश होगा लेकिन डेमोक्रेट्स हेल्थकेयर मुद्दे पर इसा लगातार विरोध ही करने के मूड में हैं. जब तक दोनों धुर विरोधी डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन किसी समझौते पर नहीं पहुंचते, तब तक यह शटडाउन जारी रहेगा औ इसके लंबा खिंचने की संभावना है.