Asia Cup के बॉयकॉट की अपील पर ठाकुर के लचर तर्क
पहलगाम में मारे गए शुभम की पत्नी ने पूछा कि ऑपरेशन सिंदूर यदि जारी है तो मैच का क्या तुक है
एशिया कप का दुबई में भारत-पाकिस्तान मुकाबले को लेकर बीसीसीआई को जवाब देना मुश्किल हो रहा है. इस मैच के बॉयकॉट और इस पर चल रही राजनीति की चर्चाओं के बीच जब अनुराग ठाकुर इसके पक्ष में बोलने पहुंचे तो उनके तर्क इतने लचर थे कि किसी भी सुनने वाले को हंसी आ जाए. ‘महामुकाबला’ कहकर प्रचारित किए जा रहे इस मैच की ही बात नहीं है बल्कि बीसीसआई की तो इच्छा है कि फाइनल सहित तीन मैच अगले पंद्रह दिन में भारत पाकिस्तान के बीच हों जबकि पहलगाम की घटना के बाद लिए गए निर्णय का हवाला देकर बीसीसीआई से सवाल पूछे जा रहे हैं कि जब यह तय हो गया था कि न पानी और खून एक साथ बह सकते हैं और न खेल और खून एक साथ चल सकते हैं तो आखिर किस वजह से यह मैच न सिर्फ होने दिया जा रहा है बल्कि इसे बढ़ाचढ़ाकर भी बताया जा रहा है.
सोशल मीडिया पर नाराजगी जताने वालों की भी कम नहीं है. यहां तक कहा जा रहा है कि यदि बीसीसीआई को पहलगाम घटना याद न हो तो खिलाड़ियों को खेलने से इनकार कर देना चाहिए. पूर्व खेलमंत्री अनुराग ठाकुर का कहना है कि ऐसे मुकाबलों से बचना ‘असंभव’ है, क्योंकि ये एसीसी और आईसीसी जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों से तय होते हैं. सभी प्रतिभागी देशों के लिए इनमें भाग लेना अनिवार्य होता है नहीं तो हमें सभी टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ेगा या वॉकओवर देना होगा लेकिन हम पाकिस्तान से कोई द्विपक्षीय सीरीज तब तक नहीं खेलेंगे जब तक आतंकवादी हमले बंद नहीं होते. वहीं पहलगाम हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी की पत्नी ने कहा है कि मेरी आंखों के सामने मेरे पति के साथ अन्य पच्चीस लोगों को मारा गया. ऑपरेशन सिंदूर में कई जवानों की जान गई, जब कहा जा रहा है कि यह ऑपरेशन अभी खत्म नहीं हुआ है तो फिर मैच कराने का क्या तुक है. हमें ऐसे मैच का बहिष्कार करना चाहिए. आम आदमी पार्टी और उद्धव ठाकरे की पार्टी ने भी मैच कराने की निंदा की है वहीं कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने इस मैच के प्रसारण को रोकने की अपील की है.