Qatar में हमास ठिकाना ध्वस्त, इजराइल ने पहली बार किया वार
कतर में हमास पर इज़रायली हमला इसलिए ताकि हमास समझ जाए वह कहीं सुरक्षित नहीं- नेतन्याहू
अब तक हमास को जो कतर सबसे सुरक्षित ठिकाना लग रहा था आज इजराइल ने उस जगह पर भी हमला करते हुए बता दिया कि हमास के लिए कोई भी जगह या देश सुरक्षित नहीं है. खाड़ी क्षेत्र में अब इस बात को लेकर सरगर्मी है कि हमास के शीर्ष नेताओं के लिए पनाहगाह क्या हो सकती है. हमास ने माना है कि कतर में किए गए कुछ ठिकानों पर हमले में उसके पांच बड़े नेता मारे गए हैं लेकिन उसका कहना है कि हमारे शीर्ष नेता अब भी जीवित हैं और बदले के लिए काम कर रहे हैं. अब तक कतर को हमास सुरक्षित राजनीतिक और रणनीतिक आश्रय स्थल मानता था लेकिन मंगलवार को इज़रायली मिसाइलों ने जिस तरह हमास के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया उससे साफ है कि उसके लिए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सीमाएं मायने नहीं रखतीं. इस हमले की टाइमिंग भी बेहद खास रही क्योंकि जो हमास वाले मारे गए हैं उनके बारे में बताया जा रहा है कि वे संघर्षविराम वार्ता के लिए दोहा पहुंचे थे.
इज़रायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इस ऑपरेशन को न्याय से जोड़ते हुए कहा कि यह इज़रायली नागरिकों की हत्या का प्रतिशोध है,साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हमास जहां भी हो, वह सुरक्षित नहीं है. कतर हमास और इज़रायल के बीच मध्यस्थ रहा है लेकिन इस हमले के बाद उसके भी सुर बदले हैं और उसने कहा है कि इजराइल ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करते हुए हमारी संप्रभुता को चुनौती दी है. हमले में मारे गए आतंकियों में खलील अल-हय्या का बेटा भी शामिल है.