September 10, 2025
वर्ल्ड

Nepal में सेना ने लगाया कर्फ्यू लेकिन हिंसा नहीं थम रही

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रबि लामिछाने और बालेंद्र शाह में से किसी को सौंपी जा सकती है ओली की कुर्सी

मंगलवार को हुई हिंसा, आगजनी और लूटपाट के बाद सेना ने पूरे नेपाल में कर्फ्यू लगा दिया है इसके बाद भी अराजकता का माहौल जारी है. माना जा रहा है कि राष्ट्रपति रामचंद्र पौडैल अब बालेंद्र शाह या रवि लामिछाने में से किसी एक को प्रधानमंत्री पद की कमान सौंप सकते हैं लेकिन जो हालात हैं उनके ठीक होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. उधर जेन जी आंदोलन कहे जा रही इस अराजकता को लेकर सेना ने कहा है कि असामाजिक तत्व आंदोलन के नाम पर निजी और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं जो सहन नहीं किया जाएगा. ओली के इस्तीफा देने और फिर नेपाल से भाग खड़े होने के बाद न सिर्फ उनके सारे मंत्रियों को लोगों ने सड़कों पर कपड़े उतार उतार कर पीटा बल्कि एक पूर्व प्रधानमंत्री झालानाथ खनल की पत्नी राज्यलक्ष्मी को तो जिंदा ही जला दिया गया. काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह और आरएसपी के नेता रबि लामिछाने के अलावा भी कुछ लोगों को मौजूदा हालात में प्रधानमंत्री पद संभालने योग्य माना जा रहा है लेकिन इन दोनों के नाम सबसे आगे हैं. प्रदर्शनकारी रबि को पीएम की कुर्सी देने के साथ ही संविधान को नए सिरे से लिखने की मांग भी कर रहे हैं. रबि जेल में थे और जेल तोड़कर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने ही उन्हें बाहर किया है. सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिग्देल ने बयान जारी कर सभी से संयम बरतने और सरकारी संपत्ति को नुकसान न पहुंचाने की अपील की है.

कौन हैं रबि और बालेंद्र शाह
बालेंद्र शाह या बालेन ने इंजीनियरिंग करने के बाद 2012 में एक रैपर बतौर पहचान बनाई और हिपहॉप में इतने लोकप्रिय हुए कि निर्दलीय लड़ते हुए काठमांडू के मेयर भी चुन लिए गए. वहीं रबि पूर्व पत्रकार हैं, अमेरिकी नागरिक होने के बाद वे 2017 में फिर नेपााली नागरिक बने. वे भी परफॉर्मर हैं और लंबे टीवी टॉक शो के मामले में उका नाम गिनीज बुक में भी है. दो बार उप-प्रधानमंत्री और गृह मंत्री भी रह चुके होने के चलते उनकी नियुक्ति की संभावना ज्यादा है.