Reddy की राजनीतिक पिच उनके जज रहते ही तैयार हो रही थी
उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार रेड्डी के फैसले नक्सलवाद समर्थक थे- शाह
INDI गठबंधन की तरफ से उपराष्ट्रपति पद के लिए खड़े किए गए उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को लेकर अब एलडीए की तरफ से तीखा हमला आया है और इसमें उन्हें नक्सवाद का समर्थक बताते हुए कहा गया है कि जो भारत के खिलाफ एजेंडा चलाते हैं उनकी ही तरह से रेड्डी के फैसले आते रहे हैं. उनके न्यायिक कार्यकाल के फैसलों पर अब इस संदर्भ मे सवाल उठाए जा रहे हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक कार्यक्रम में कहा कि सुदर्शन ने सुप्रीम कोर्ट मे अपने पद का इस्तेमाल वामपंथी उग्रवाद और नक्सलवाद को बढ़ावा देने में किया. उन्होंने जोड़ा कि यदि रेड्डी ने सलवा जुडूम से जुड़ा फैसला नहीं दिया होता तो नक्सलवाद पांच साल पले ही खत्म कर दिया गया होता. दो सस्यों वाली बेंच ने 2011 में सलवा जुडूम के खिलाफ फैला दिया था जिसमें रेड्डी शामिल थे. इसके अलावा भी रेड्डी के कई फैसले विवाद का कारण बने थे और ऐसे में यह साफ समझ आने लगा था कि यदि उनक पास कोई मामला जाएगा तो किस तरह का फैसला आएगा.
अब रेड्डी को उस एजेंडे वाली टीम को हिस्सा भी बताया जा रहा है जिसमें मानवाधिकार और सामाजिक न्याय के नाम पर कुछ विशेष तरह के संगठनों क पक्ष मे फैसले हुए थे. INDI गठबंधन ने रेड्डी को गैर-राजनीतिक और दक्षिण भारत से एक बेहतर उम्मीदवार तौर सामने रखा है लेकिन अब उनके पुराने फैलों को लेकर माना जा रहा है कि वे राजनीतिक में अपनी पारी के लिए जज रहते हुए ही तैयारी शुरु कर चुके थे.