August 14, 2025
वर्ल्ड

Balochistan का संघर्ष अमेरिका को आतंक लग रहा है

बलूच लिबरेशन आर्मी के अलावा मजीद ब्रिगेड को भी आतंकी संगठनों की श्रेणी में रखा है अमेरिकी प्रशासन ने

ट्रंप प्रशासन ने मान लिया है कि पाकिस्तान में प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति रबर की मोहरों से ज्यादा कुछ नहीं हैं यही वजह है कि बार बार सेना प्रमुख को यूएसए बुलाया जाता है लेकिन शरीफ या जरदारी को एक पैसे की अहमियत नहीं दी जाती. पिछली बार ट्रंप के साथ डिनर कर लौटे मुनीर जब इस बार बुलाए गए तो उन्होंने भारत के साथ साथ बलूच लड़ाकों की भी शिकायत की और अमेरिका से कहा कि बलूचों के संगठन सिरदर्द बन चुके हैं. ट्रंप प्रशासन तो पाकिस्तान को खुश करने के लिए जुटा ही हुआ है लिहाजा तुरंत व्हाइट हाउस ने बलूच लिबरेशन आर्मी को आतंकी संगठन बता डाला.

बलूच लिबरेशन आर्मी यानी बीएलए के अलावा मजीद ब्रिगेड को भी आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया गया है. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा है कि अब इन संगठनों की हर कार्रवाई पर प्रतिबंध होगा और संगठन के साथ इसके सदस्यों की संपत्तियां भी जब्त की जा सकती हैं. ट्रंप ने भारत की ताकत समझ कर यह तय कर लिया है कि पाकिस्तान तो ठीक भले चीन को भी फायदा दे दिया जाए लेकिन भारत को हर हाल में नुकसान पहुंचाना है और इसी नीति के तहत ट्रंप सारे निर्णय ले रहे हैं. बलूच अपने लिए पाकिस्तान से अलग बलूचिस्तान के लिए संघर्ष कर रहे हैं और इसी क्रम में पाकिस्तानी सेना को जमकर नुकसान उठाना पड़ रहा है, हालात ऐसे हैं कि पाकिस्तानी सेना बीएलए के नाम से कांपती है. ऐसे में अमेरिका का बीएलए को आतंकी बताना पाकिस्तान के लिए बड़ी खबर है.