July 22, 2025
देश दुनिया

Parliament Session के पहले दिन दोनों सदनों में हंगामा

सरकार कई बिल लाने की तैयारी में जबकि विपक्ष के पास उठाने के लिए मुद्दों की भी कमी नहीं

एक महीने चलने वाले संसद के मानसून सत्र की शुरुआत ठीक वैस ही हुई है जैसी की उममीद की जा रही थी. अप्रैल में खत्म हुए बजट सेशन के बाद से काफी सारी मसाला विपक्ष के पास जमा हो गया है जिसमें पहलगाम आतंकी हमला और उसके बाद किया गया ऑपरेशन सिंदूर भी शामिल है. यह तो तय ही था कि मानसून सत्र में ये सभी मुद्दे गर्माए रहेंगे और विपक्ष प्लेन क्रैश से लेकर मणिपुर तक के मामलों पर भी जवाब मांगेगा लेकिन विपक्ष ने शुरुआत ही हंगामे से की और बजाए सवालों को उठाने के ऐसे हालात पैदा किए कि बार बार सदन स्थगित करने पड़े ओर यह एक सदन की कहानी नहीं रही बल्कि दोनों सदनों में यही हाल रहा. जहां विपक्ष ने हंगामे की काफी तैयारी की है वहीं सत्तापक्ष चाहता हे कि वह कई महत्वपूर्ण बिल इस सत्र में सामने रख दे जिनमें इंकम टैक्स बिल, माइंस एंड मिनरल्स बिल, एंटी डोपिंग, टैक्सेसन लॉ, इंडियन पोर्ट बिल और कोस्टल शिपिंग बिल भी शामिल हैं. विपक्ष को अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भी मसाला दे दिया है और बिहार चुनाव से पहले वहां की मतदाता सूची को लेकर जारी घमासान का भी संसद तक पहुंचना तय ही है. जस्टिस वर्मा के घर से मिले जले नोटों और उन पर महाभियोग वाला मामला भी सामने ही है. यानी विपक्ष के पास सवालों की कमी नहीं है और न ही सत्तापक्ष के पास दिखाने के लिए उपलब्धियों की कमी है. वैसे विपक्ष की रुचि सवाल पूछने में कम और हंगामा करने में ज्यादा है और यह बात इस सत्र के पहले ही दिन साबित भी होती नजर आई.

इससे पहले सत्र की शुरुआत के लिए संसद पहुंचे प्रधानमंत्री ने संदेश दिया कि दल हित में भले मत न मिलें लेकिन देशहित में दिल मिलना चाहिए वहीं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सदन में पहुंचने से पहले कहा कि में सदन में विपक्ष का नेता हूं लेकिन मुझे तक बोलने नहीं दिया जाता.