Crude Oil की चालीस प्रतिशत तक आपूर्ति अब रुस से
रुस से कच्चा तेल मंगाने में भारत अव्वल
भारत ने सभी देशों के विरोध के बाद भी रुस से कच्चा तेल मंगाने का जो निर्णय लिया उसके फायदे अब नजर आ रहे हैं, पिछले महीने में भारत ने रुस से 2.8 बिलियन डॉलर का जो तेल लिया वह बेहद सस्ती दरों पर हमें मिला जबकि इस बीच सऊदी अरब और इराक से हमारा कच्चा तेल का आयात निम्नतम स्तर पर रहा. रुस से हमारा तेल का आयात रुस यूक्रेन युद्ध से पहले हमारे कुल आयात का एक प्रतिशत भी नहीं था लेकिन अब यह बढ़कर क्रूड बॉस्केट का चालीस प्रतिशत तक पहुंच गया है.
रुस से तेल खरीदने के निर्णय की पहले कुछ देशों ने आलोचना की और भारत को धमकी भी देने की कोशिश की गई कि रुस से तेल खरीदना भारत को अंतरराष्ट्रीय संबंधों के मामले में भारी पड़ेगा लेकिन भारत ने तय किया कि वह जहां से सस्ता तेल मिलेगा वह लेगा और फिजूल दबावों में आकर नीति नहीं बदलेगा. इराक और सऊदी से जो आयात होता रहा है वह पूरे रुस यूक्रेन युद्ध के दौरान कम होता गया और पिछले महीने यह अपने निम्नतम स्तर पर रहा.