Ujjain- मनमोहक स्वरुप में रजत रथ पर निकले मनमहेश
इस साल श्रावण महीने का प्रारंभ ही शिव के प्रिय दिन सोमवार से हुआ और इस पहले सोमवार को रजत रथ पर बाबा महाकाल अपनी प्रजा का हाल जानने महमहेश रुप में निकले तो सभी भक्त धनधन्य होते रहे. तय समय और तय मार्ग से निकलते हुए सवारी का भक्तजन परंपरागत तरीके से और पूरे उत्साह के स्वागत करते हैं और इस बार तो उत्साह भी इसलिए दोगुना है कि पहले ही दिन पहली सवाारी के दर्शन प्राप्त हो रहे हैं. हर बार की तरह महाकााल बाबा की पालकी के दर्शन भर कर लेने के लिए देश विदेश से आए लाखों श्रद्धालु उस मार्ग पर पलक पावड़े बिछाए रहे जिससे यह पालकी निकलती है.