Trump की संभावनाएं बढ़ने से यूरोप में चिंता
यूक्रेन को लेकर वेंस की सोच पर यूरोप में चिंता
अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की संभावित जीत को देखते हुए यूरोप में चिंता का सा माहौल है. सत्ता परिवर्तन की संभावना पर यूरोपीय नेता ट्रंप से निपटने की रणनीति बना रहे हैं. उपराष्ट्रपति पद के लिए ओहायो से सीनेटर जेडी वेंस को चुने जाने से यूरोप तक यह संदेश गया है कि ट्रंप यूक्रेन से लेकर कारोबार के मुद्दे तक यूरोप के बारे में बड़े निर्णय लेंगे. वे म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में कह चुके हैं कि अमेरिका को ‘अपना ध्यान’ यूरोप के बजाए पूर्वी एशिया पर ज्यादा रखना होगा. ट्रंप के नेतृत्व में रिपब्लिकन सरकार बनने के बाद भी जिस ‘ट्रेड वॉर’ को लेकर यूरोप चिंतित है वह काल्पनिक न होकर काफी हद तक वास्तविक है. यूरोप को डर इसलिए भी है कि ट्रंप के साथ वेंस के आने की संभावना प्रबल है और यह जोड़ी यूरोपीय संघ के लिए भारी चंता का कारण बनेगी क्योंकि यदि कोई दूसरा राष्ट्रपति बने तो इतनी चिंता की बात नहीं होती लेकिन वेंस इस मामले में काफी स्पष्ट हैं. ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने पिछले दिनों पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात की थी और इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा था कि ट्रंप अमेरिकी गणतंत्र को मजबूत करने के लिए निर्णायक फ़ैसले लेंगे लेकिन ये अगर सच वेंस पर भी लागू हो यह जरुरी तो नहीं है, वेंस पहले भी कह चुके हैं कि अमेरिकी सहायता रुकने के बाद यूक्रेन का क्या होता है इससे हमें कोई मतलब नहीं है. यूक्रेन 60 अरब डॉलर की अमेरिकी सैन्य सहायता में देरी में वैस की काफी बड़ी भूमिका रही है.