July 9, 2025
लाइफस्टाइल

130 अरब डॉलर हर साल खर्च होते हैं भारतीय विवाह में

अमेरिकी शादियों से दोगुना खर्चीली हैं हमारी शादियां

ब्रोकरेज फर्म जैफरीज ने एक स्टडी के हवाले से बताया है कि भारत में विवाह समाराेहों का खर्च जिस गति से बढ़ रहा है भारत जल्द ही चीन को पछाड़ कर नंबर एक पर आ जाएगा. जैफरीज का अनुमान है कि अमेरिका में होने वाले शादियों के खर्च से दोगुना तो अभी भी भारत में हो ही रहा है. अनुमान में कहा गया है कि देश में 80 लाख से एक करोड़ के बीच शादियां हर साल होती हैं और इनमें होने वाला मोटा मोटा खर्च 130 अरब अमेरिकी डॉलर के बराबर है और जिस दर से यह खर्च बढ़ रहा है उससे साफ है कि चीन को इस मामले में पीछे छोड़ने में हमें ज्यादा समय नहीं लगेगा. चीन में हर साल शादियों में होने वाला खर्च 170 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचता है. ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि चीन में जो हर साल 70 से 80 लाख शादयां होती हैं उन पर औसत खर्च लगभग स्थिर है. वहीं अमेरिका में सालाना 20 से 25 लाख शादियां होती हैं और इन पर 70 अरब अमेरिकी डॉलर खर्च होते हैं यानी भारत में इस मद में होने वाले खर्च से लगभग आधे. भारत में शादियां भव्य होती हैं और इनमें कई तरह के समारोह कई दिन तक चलते हैं. आभूषण और परिधान जैसी श्रेणियों में खपत का भी बड़ा मद इसमें शामिल होता है. भारतीय शादी में क्षेत्र, धर्म और आर्थिक पृष्ठभूमि की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. रिपोर्ट कहती है कि भारत में विवाह पर शिक्षा की तुलना में कई गुना तक खर्च होता है, जबकि अमेरिका में यह खर्च शिक्षा की तुलना में कम ही होता है.