July 28, 2025
देश

Parliament में नहीं बच पाईं ये पार्टियां

संसद में नए सांसदों के लिए व्यवस्थाएं जारी हैं और नई सरकार के शपथ ग्रहण को लेकर तैयारियां चल रही हैं लेकिन कुछ ऐसी भी पार्टियां हैं जिनके लिए अब तक संसद में व्यवस्थाएं होती थीं लेकिन अब इनके एक भी सांसद नहीं बचे. लोकसभा में इस बार जब सांसद शपथ्स ले रहे होंगे तो नवीन पटनायक की बीजू जनता दल का एक भी सदस्य संसद में नहीं होगा इसमें जो सबसे बड़ा नाम है वह बहुजन समाज पार्टी का. बसपा ने कई बार संसद में दहाई के आंकड़े से ज्यादा सांसद भेजे और इस बार उसके पास एक भी सांसद नहीं है, बसपा को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा भी मिल चुका था लेकिन मौजूदा हाालात में यह स्टेटस भी छिन सकता है. इसी तरह जो दूसरी पार्टी जो इन चुनावों के बाद संसद तक अपना एक भी सांसद पहुंचा पाने में असफल रही है वह है नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजू जनता दल. बीजेडी ने न सिफँर् सभी सांसद गंवा दिए हैं बल्कि 24 साल से नवीन पटनायक के नेतृत्व में चल रही राज्य की सरकार भी उनके हाथ से फिसल गई है. एक और पार्टी तेलंगाना है से है जिसने तेलंगाना में लगभग दस साल तक सत्ता संभाली लेकिन इस बार उनका भी एक भी सांसद अपनी आवाज संसद तक नहीुं पहुंचा सकेगा. साउथ से अन्नाद्रमुक पार्टी इस बार एक भी सांसद नहीं जिता सकी है और वह भी उस सूची में शामिल हो गई है जिनका अभी तक संसद में प्रतिनिधितत्व था लेकिन 18 वीं लोकसभा में जिनका एक भी प्रतिनिधि नहीं होगा. कश्मीर की राजनीति करने वाली महबूबा मुफ्ती की पार्टी का तो देश में गृहमंत्री तक रह चुका है क्योंकि गठबंधन सरकार में उनके पास एक समय अच्छे नंबर्स थे लेकिन इस बार पीडीपी के सारे कैंडिडेट हार गए और पार्टी की मुखिया महबूबा मुफ्ती भी चुनाव हार गईं. ये तो वो पार्टियां हैं जिनका एक भी सांसद नहीं है लेकिन अच्छी खासी संख्या में आने वाले अकाली सांसद भी अब सिमट कर एक के अंक तक आ गए हैं.