Bollywood To Parliament: चिराग और कंगना की ‘मिलें न मिलें हम’
‘मिले न मिले हम’ के 13 साल बाद मिले हम
कंगना रनौत अब सांसद हो चुकी हैं और चंड़ीगढ़ में हुई घटना के बाद लगातार सुर्खियों में हैं वहीं बिहार से बेहतरीन स्ट्राइक रेट के साथ अपनी पार्टी को जिताकर लाए चिराग पासवान भी अब हाजीपुर से सांसद बन चुके हैं. एलजेपी के चीफ चिराग पासवान भी एनडीए का हिस्सा हैं और कंगना तो एनडीए की मुख्य पार्टी भाजपा की ही सांसद हैं. इन दोनों सांसदों से जुड़ी एक फिल्म 13 साल बाद सुर्खियों में आ रही है जबकि रिलीज पर यह कुछ खास नहीं कर पाई थी. 2011 में आई यह फिल्म चिराग की डेब्यू फिल्म थी और इसमें उनके अपोजिट कंगना ही मुख्य किरदार में थीं. कंगना और चिराग, दोनों ही फिल्म जगत से आते हैं. हालांकि चिराग ने कंगना के बाद बॉलीवुड में पैर रखा और बहुत जल्द ही इसे अलविदा कहकर अपने पिता के साथ राजनीति के क्षेत्र में चले गए और जब रामविलास पासवान नहीं रहे तो पार्टी की सारी जिम्मेदारी उन्हीं पर आ गई. कंगना ने 2006 में ‘गैंगस्टर’ से करियर की शुरुआत की और फिर ‘फैशन’, ‘तनु विड्स मनु’, ‘क्वीन’, ‘कट्टी बट्टी’, ‘चंद्रमुखी 2’, ‘तेजस’, ‘मणिकर्णिका’ और ‘पंगा’ जैसी फिल्में की. 2011 में ‘मिले न मिले हम’ नाम की फिल्म में चिराग और कंगना साथ में आए, इसमें इन दोनों के अलावा नीरू बाजवा और सागरिका घाटगे भी थीं. इस फिल्म के डायरेक्टर तनवीर खान थे और जब ये दोनों साथ में काम कर रहे थे तब इन दाेनों के बीच नजदीकियों की भी बॉलीवुड में खूब चलती थी. फिल्म की थीम करियर और प्यार के संतुलन को लेकर थी और इस फिल्म के एक्टर्स ने भी इसी पर ध्यान दिया. जहां कंगना ने बॉलीवुड में अपनी जगह बनाने पर ज्यादा मेहनत की वहीं चिराग ने जल्द ही अपनी राहें राजनीति की तरफ मोड़ लीं लेकिन पिछले दिनों अचानक कंगना भी भाजपा की प्रत्याशी बनीं और फिर दिग्गज विक्रमादित्य को हराने के बाद उन्हें भी राजनीति संसद तक ले आई. अब दोनों ही एनडीए यानी सत्तारुढ़ गठबंधन के घटक दलों के सांसद हैं और चिराग के तो मंत्री बनने की भी उम्मीदें जताई जा रही हैं, ऐसे में कुछ लोग वो भी हैं जो 2011 की उन खबरों की कतरनें तलाश रहे हैं जिनमें इन दोनों के रोमांस के किस्से गॉसिप बतौर छपते थे.