Apara Ekadashi 2024 : 11 बिंदुओं से जानिए जून माह की अपरा एकादशी के बारे में हर जरुरी बात
एकादशी तिथि अत्यन्त शुभ मानी गई है. महीने में दो बार यह व्रत करने से तन-मन-धन सभी के लिए सुख मिलता है.
जून माह में Apara Ekadashi 2 तारीख को आ रही है.आइए जानते हैं इस शुभ व्रत का शुभ मुहूर्त और महत्व बस 11 बिंदुओं से…
1.(Apara Ekadashi Paran Tithi 2024) अपरा एकादशी ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन भगवान नारायण विष्णु की पूजा की जाती है।
2.एकादशी तिथि का आरंभ 2 जून को सुबह 5 बजकर 4 मिनट पर होगा और इसका समापन 3 जून को सुबह 2 बजकर 41 मिनट पर होगा।
3.उदया तिथि के अनुसार, अपरा एकादशी का व्रत ज्यादातर 2 जून को रखा जाएगा।
4. विविध मतानुसार 3 जून को भी अपरा एकादशी मना सकते हैं।
5. इस दिन भगवान विष्णु की जल और दूध से पूजा करने से व्यक्ति को धन,सम्पदा और सफलता के साथ मोक्ष की भी प्राप्ति हो सकती है।
6. अपरा एकादशी का आरंभ 02 जून को सुबह 5 बजकर 04 मिनट से होगा और समापन 3 जून को सुबह 2 बजकर 41 मिनट पर होगा।
7. 2 जून को गृहस्थ लोग अपरा एकादशी का व्रत रखेंगे। जबकि 3 जून को वैष्णव धर्म को मानने वाले लोग अपरा एकादशी का व्रत रखेंगे।
8. इस दिन गर्मी से राहत देने वाली वस्तुएं दान करने से लाभ होता है। जैसे जल,सत्तू,मटका,छाता,सूती वस्त्र, ठंडे मीठे मौसमी फल, शर्बत,दही,मेहंदी आदि
9. इस एकादशी का नाम “अचला” भी है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से मिलने वाला पुण्य अचल हो जाता है।
10 *अपरा एकादशी का पारण कब करना उचित है?
अपरा एकादशी का पारण यानी व्रत को पूर्ण करने का मंगल मुहूर्त या कहें कि शुभ समय 3 जून को सुबह के 08 बजकर 05 मिनट से लेकर 08 बजकर 10 मिनट तक है। इस शुभ मुहूर्त में आप पारण या व्रत का समापन कर सकते हैं।
11. अपरा एकादशी का पूजन कब करना उचित है?
2 जून और 3 जून के अमृत, शुभ और चल चौघड़िए के अनुसार पूजन करना उचित है.