August 6, 2025
Latest News

Pune Porsche Case डॉक्टरों ने ब्लड सैंपल बदला था, अब गिरफ्तार

पुणे के नाबालिग शराबी रईसजादे को बचाने के लिए की गई सारी कोशिशों की हकीकत सामने आती जा रही है और अब पता चल रहा है कि ऐसी कोई जगह नहीं बची जहां से अपने बेटे को बचाने के लिए विशाल अग्रवाल ने पैसे का इस्तेमाल कर सबूत मिटाने की कोशिश न की हो. पुणे के कमिश्नर ने बताया कि आज ससून अस्पताल के दो डॉक्टरों को इस आरोप में गिरफ्तार किया गया है कि उन्होंने शराबी लड़के के ब्लड सैंपल को बदल दिया था ताकि शराब पीने की बात सामने ही नहीं आ पाए. दो लोगों को महंगी कार से कुचलने वाले नाबालिग को बचाने के लिए उसका ब्लड सैंपल लिया लेकिन वह फेंक कर एक दूसरे व्यक्ति का सैंपल जांच के लिए भेज दिया. शुरुआती रिपोर्ट में शराबी लड़के के नशे में होने की बात सामने न आने की वजह यही थी. पुलिस ने इन दोनों डॉक्टरों श्री हरि हलनोर और अजय तावरे को गिरफ्तार कर लिया है. कमिश्नर के अनुसार ससून अस्पताल में लिया गया जो सैंपल डॉक्टरों ने आरोपित का नाम लिख कर और सील करके फॉरेंसिक को भेजा था वह असल में नाबालिग आरोपित का था ही नहीं. इसके बाद औंध अस्पताल में लिया गया ब्लड सैंपल सही था और उसका डीएनए भी उसके पिता से मिल गया.

जब सैंपल भेजने वाले डॉक्टरों से पूछताछ हुई तो पता चला कि उन्होंने असली ब्लड सैंपल कूड़ेदान में फेंक कर दूसरे व्यक्ति का ब्लड सैंपल लिया और उस पर नाबालिग का नाम लिख कर जांच के लिए भेज दिया. इन दोनों डॉक्टरों पर आपराधिक षड्यंत्र रचने, सबूतों से छेड़छाड़ और धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. इससे पहले नाबालिग शराबी के पिता और दादा को अलग अलग अपराधों के आधार पर पकड़ा जा चुका है. उसे गाड़ी भी दादा ने दिलाई थी और ड्राइवर को भी उन्होंने ही झूठ कहने के पिए धमकाया था कि घटना के समय गाड़ी वह चला रहा था. विशाल अग्रवाल पर नाबालिग को गाड़ी बिना रजिस्ट्रेशन के चलाने देने का आरोप भी है.