Kinner Akhada से त्रिपाठी और ममता को किया बाहर, अब नया दंगल
खुद को संस्थापक बताते हुए अजय दास ने महामंडलेश्वर पद से त्रिपाठी और ममता को हटाया
फिल्म अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े ने महामंडलेश्वर तो बना दिया लेकिन उनका यह पद उनके पास चार दिन भी नहीं टिक सका क्योंकि इस अखाड़े के संस्थापक रहे अजय दास ने कहा है कि उन्होंने न सिर्फ ममता को बल्कि उन्हें इस पद का पट्टाभिषेक कराने वाले महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी को भी पद से हटा दिया है. हालांकि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की ओर से अजय दास की किसी भी ऐसी कार्रवाई को लेकर सवाल उठाए गए हैं और कहा गया है कि अजय दास तो पहले ही अखाड़े से निकाला जा चुका है और वे तो अब गृहस्थ जीवन बिता रहे हैं तो वे मुझे या किसी को भी पद से कैसे हटा सकते हैं. दरअसल किन्नर अखाड़े में यह घमासान तभी शुरू हो गया था जब कई आपत्तियों के बावजूद ममता कुलकर्णी को सीधे महामंडलेश्वर बना दिया गया. त्रिपाठी और ममता को पदमुक्त करने संबंधी पत्र जारी करने के बाद अब माना जा रहा है कि यह विवाद अब नया मोड़ भी ले सकता है क्योंकि इस पत्र में अजय दास ने जूना अखाड़े और किन्नर अखाड़े के बीच हुए समझौते पर भी सवाल लगाया है. अजय दास का आरोप है कि उनकी सहमति के बिना ही 2019 में जूना अखाड़े से जो अनुबंध किया गया वह जालसाजी है.
उधर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी का कहना है कि अजय दास को तो अखाड़े से बाहर किया जा चुका है और वे महाकुंभ में भी किन्नर अखाड़े के बजाए कंप्यूटर बाबा के शिविर में बैठकर खुद को किन्नर अखाड़े का संस्थापक कह रहे हैं. ममता कुलकर्णी को लेकर उनका कहना है कि उन पर अभी तक कोई भी आरोप साबित नहीं हुआ है और उन्हें महामंडलेश्वर बनाने में पूरी प्रक्रिया और विधि का पालन किया गया है. त्रिपाठी ने अजय दास बाज को कोर्ट में ले जाने की बात भी कही है.