RBI ने प्रायवेट बैंकों से कहा अपने कर्मियों पर ध्यान दें
प्रायवेट बैंकों में नौकरी छोड़ने वालों से चिंतित आरबीआई
बैंकर्स की जॉब को आसान मानने वालों के लिए खबर यह है कि इसके तनाव और दबाव को न सहन कर पाने के चलते प्रायवेट बैंकर्स में नौकरी छोड़ने की दर उस हद तक पहुंच गई है जहां आरबीआई ने इस पर चिंता जताई है. आरबीआई का कहना है कि प्रायवेट बैंकों के कर्मचारियों में नौकरी छोड़ने की दर 25 प्रतिशत तक जा पहुंची है जो अलार्मिंग स्थिति है.
आरबीआई का मानना है कि ऐसी स्थिति के चलते बड़ी ऑपरेशनल रिस्क पैदा हो सकती है और प्रायवेट बैंकों को इस पर ध्यान देना चाहिए. आरबीआई ने बाकायदा इस दर को लेकर चिंता जताते हुए बेंकों से कहा है कि वे कोशिश करें कि कर्मचारी उनके पास लंबे समय से लिए रुक सकें और इसके लिए कर्मचारियों को बेहतरीन ऑन बोर्डिंग प्रोसेस, बेहतर ट्रेनिंग व्यवस्था और करियर में आगे बढ़ने के अच्छे मौके देने जैसे विकल्पों पर काम करना चाहिए. इसी साल यह भी हुआ है कि प्रायवेट बैंकों में कर्मचारियों की संख्या पब्लिक सेक्टर के बैंक कर्मियों से ज्यादा हो गई है लेकिन जो एट्रिशन रेट है वह भी उतनी ही तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है.