CAA के बाद अब NRC के लिए तैयार हैं शाह
मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के ऐन अंतिम चंद दिनों में CAA के लिए नेाटिफिकिशेन जारी कर दिया है और कांग्रेस कह रही है कि हम इस पर चुप नहीं बैठेंगे लेकिन अमित शाह इससे पहले ही कई मौकों पर यह साफ कर चुके हैं कि सीएबी के बाद उनकी तैयारी NRC की है और इसमें कतई संदेह नहीं रहना चाहिए कि एनआरसी को टाला जा सकता है. अब जबकि सीएए लागू कर दिया गया है तो माना जा रहा है कि बमित शाह तुरंत ही अपने अगले प्रोजेक्ट में जुट गए हैं. हालांकि विपक्ष भाजपा सरकार के इस कदम के बाद फिर एकजुट होता नजर आ रहा है और इस मामले में वाम से लेकर कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस तक की प्रतिक्रिया लगभग एक जैसी ही आई है. ममता बनर्जी तो इस घोषणा के तुरंत बाद ही एकदम तीखे तेवर के साथ सामने आ गइ्र हें और कह रही हैं कि मैं किसी को डिटेंशन कैंप में नहीं जाने दूंगी और मेरे राज्य में सीएए लागू नहीं होने दूंगी, मोदी विरोधी लॉबी ने भी इस मुद्दे पर लोगों को भड़काने का काम शुरु कर दिया है और कुछ लोगों ने तो रमजान शुरु होने के मौके पर इस घोषणा को इस्लाम से भी जोड़कर देखना दिखाना शुरु कर दिया है. जाहिर है CAA के इस तरह लागू होने के बाद यह विरोध करने वाली लॉबी एनआरसी को लेकर और ज्यादा तीखे तेवर जताना चाहती है लेकिन शाह भी साफ कर चुके हैं कि क्रम यही रहेगा कि पहले सीएए और बाद में एनआरसी.