दफ़्तरनामा : ‘एक्स्ट्राऑर्डिनरी’ करते हैं तो ‘ऑर्डिनरी’ बन कर रह जाएंगे
-काम तो करना ही है- कर भी रहे हैं। बस हम थोड़ा एक्स्ट्रा करते हैं क्योंकि ‘एक्स्ट्राऑर्डिनरी’ करने की आदत है। पर हमारा वो ‘एक्स्ट्रा’होना, अब ऑर्डिनरी रह गया है। blog on office politics
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